पर्यावरण प्रदूषण की समस्याएं तथा उसको रोकने के उपाय



🗺पर्यावरण प्रदूषण की वर्तमान स्थिति🌏🏝
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 आज का मानव औद्योगीकरण के जंजाल में फंसकर स्वयं भी मशीन का एक ऐसा निर्जीव पुर्जा बनकर रह गया है कि वह अपने पर्यावरण की शुद्धता का ध्यान भी न रख सका। अब एक और नयी समस्या उत्पन्न हो गयी है- वह है प्रदूषण की समस्या। इस समस्या की ओर आजकल सभी देशों का ध्यान केंद्रित है। इस समय हमारे समक्ष सबसे बड़ी चुनौती पर्यावरण को बचाने की है क्योंकि पानी¸हवा¸ जंगल¸मिट्टी आदि सब-कुछ प्रदूषित हो चुका है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण का महत्व बताया जाना चाहिए क्योंकि यही हमारे अस्तित्व का आधार है। यदि हमने इस असन्तुलन को दूर नहीं किया तो आने वाली पीढ़ियाँ अभिशप्त जीवन जीने को बाध्य होंगी और पता नहीं तब मानव जीवन होगा भी या नहीं।


पर्यावरण प्रदूषण का लोगों ,समाज ,एनजीओ संस्थाओं द्वारा सुधार का प्रयास
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विश्व पर्यावरण दिवस संयुक्त राष्ट्र में पर्यावरण के लिए मनाया जाने वाला सबसे बड़ा उत्सव हैं. पर्यावरण और जीवन का अनोखा संबंध हैं. दुर्भाग्य से कुछ लोगों का ये मानना है कि केवल सरकार और सामान्य तौर पर बड़ी कंपनियों को पर्यावरण के संरक्षण के लिए कुछ करना चाहिए. ये सत्य नहीं हैं. वास्तव में हरेक व्यक्ति पर्यावरण को प्रदूषण, अवशेषों, सभी प्रकार के कचरे से होने वाली गंदगी और बढ़ती आबादी से इसकी रक्षा करने में सक्षम हैं.
 राष्ट्रीय पर्यावरणीय एजेंसियाँ
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं वन्य जीवन के लिये भारतीय बोर्ड ही मुख्य राष्ट्रीय पर्यावरणीय एजेंसियाँ हैं।
अन्तरराष्ट्रीय पर्यावरणीय एजेंसियाँ
यूनाइटेड नेशन्स पर्यावरण प्रोग्राम (UNEP), वर्ल्ड स्वास्थ्य संगठन (WHO) खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO)आदि कुछ मुख्य अन्तरराष्ट्रीय एजेंसियाँ हैं।
 

पर्यावरण प्रदूषण रोकने के ठोस उपाय
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पर्यावरण प्रदूषण के रोकने के उपाय में निम्नलिखित उपाय हैं इनमें से प्रथम हमें अपने घरों का पानी नालियों  द्वारा बाहर निकालना चाहिए।तथा कूड़े-करकट को कचरा पात्र में ही डालना चाहिए, जैसे कि संत रामपाल जी महाराज के बताए मार्ग के अनुसार उनके अनुयाई जहां भी कोई कार्यक्रम करते हैं तो वहां पर अनेक प्रकार का कचरा इकट्ठा होता है तो उनके अनुयाई उस कचरे को कचरा-पात्र में ही डालते हैं तथा उस जगह को साफ सुथरा एवं स्वच्छ  रखते हैं इसी प्रकार यदि सभी सद्भक्ति करने लग जाएं तो पर्यावरण ऑटोमेटिक सही हो जाएगा क्योंकि इससे कोई भी जीव हिंसा नहीं करेगा तथा गंदगी भी नहीं करेगा तो सभी जगह साफ-सुधरी रहेगी तथा हर मनुष्य सत्य मार्ग पर चलेगा इससे ना कोई बीमारी पैदा होगी और ना पर्यावरण प्रदूषण होगा तो स्वस्थ-समाज तथा स्वच्छ  राष्ट्र का निर्माण होगा और  हर इंसान सुखी होगा , तो जब पृथ्वी स्वर्ग समान बन जायेगी।

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